आजे भादरवा वद-बीज ऐटले
भजन ना भेरु संतवाणी ना सूर स्वर साधक ऐवा पूज्य चारण महात्मा नारायणनंद सरस्वती नी निर्वाण तिथी छे
*पूज्य नारायणबापू नी जै*
पूज्य बापू ना स्वर मां गायूलू
ऐकाद भजन नू स्मरण करी
बापू नी याद ने फरी ताजी करी पावन थाई
*जै नमो नारायण*
*भजन*
कानूडो काळो काळो राधा छे
गोरी गोरी,
छे ऐक नवल कीशोर छे ऐक नवल कीशोरी,
कानूडो काळो काळो...टेक
मन वश करीने जोता शूध प्रेम
झाखी थाये,
अज्ञानी जीव जाये ज्यां मनडूं
जाय दोरी,
कानूडो काळो काळो...1
छे प्रेम सर्व व्यापी वहेमी जनो शू जाणे,
अज्ञनी ने अनाडी उंघणसी ने अघोरी,
कानूडो काळो काळो..2
घायल गतीने घायल जे होय तेज जाणे,
कोई गयू मूज धोळे दि-ने रदय चोरी,
कानूडो काळो काळो..3
सत्तारशा निजामी प्रेमीनी छे मूनादी,
प्रिती करोतो ऐवी जेम चंद्र ने
चकोरी,
कानूडो काळो काळो..4
*ब्रह्मलीन पू.नारायण स्वामी* ने *दिलजीत बाटी*
नी करोडो *वदना*
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