आजे आसो सुद तेरस एेटले आईश्री मोगलमानो प्रागट्य दिवस छे
*आई श्री मोगलमां नुं अवतरण द्वारीका जील्लाना ओखाधर मा ई.स. 1200 मां थयुं हतु*
नाम :- आईश्री मोगल मां
पितानुं नाम :- देवसुरभा घांघणीया
मातानुं नाम :- राणलदे
जन्म स्थळ :- भीमराणा
ते निमिते रुपाळबा कानदासजी महेडु रचीत एक चरज माणीये
{ अवघोळनी छे आंटी }
( ढाळ. : हुं आरती उतारु आलेल सुख तारुं )
|| चरज ||
अवघोळ नी छे आंटी , छोडावा थाने माटी ,
कारण भुताने डाटी रे , मोगल माडी ( टेक )
अवरेली वारे आवो नवलाख भेळी लावो
भुतडीया भगावो रे , मोगल माडी
अवघोळनी छे आंटी ..... ......( टेक )
मेडो छे माने वालो , नमीने आईने हालो
आयल वेण आलो रे , मोगल माडी ..
अवघोळनी छे आंटी ..... ......( टेक )
मोगल रहेम अेवी , मांउ पांख जेवी ,
परशन थाओ देवी रे , मोगल माडी
अवघोळनी छे आंटी ..... ......( टेक )
मधुरा हे मादळ वागे , धेरा त्रंबक गाजे
बिरान हांक वागे रे , मोगल माडी
अवघोळनी छे आंटी ..... ......( टेक )
घुघर घमंक वागे , शरणाई राग साजे
त्रीशुल रंक गाजे रे , मोगल माडी
अवघोळनी छे आंटी ..... ......( टेक )
भेरीअे भुंगळ वागे , हादेथी दैत्य भागे
सिंहण हांक वागे रे , मोगल माडी .
अवघोळनी छे आंटी ..... ......( टेक )
समरांगण रमवा , कारण भुताने दमवा ,
दैता जबरने जमवा रे , मोगल माडी
अवघोळनी छे आंटी ..... ......( टेक )
झांझ पखाज गाजे , डमर ढोल साजे
गहेरा ते डाक वागे रे , मोगल माडी
अवघोळनी छे आंटी ..... ......( टेक )
बोराणे आई बीराजे ., " रुपाळी " चारण राजे
आयल नखते निवाजे रे , मोगल माडी ,
अवघोळनी छे आंटी ..... ......( टेक )
रचयता :- रुपाळीबा कानदासजी महेडु ( राणेसर )
🙏🏻 जय मोगल मच्छराळी माँ 🙏🏻