आई श्री सोनल मा ना जन्म दिवस पोष सूद बीज ना आप सर्व ने आई श्री पुरामा स्मृति प्रकाशन तेमज कवि प्रवीण मधुडा परिवार वती सौ ने खूब खूब सुभेच्छा
हेजी ऐवी सोनल उपासो देवी चारणी,
(ढाळ:जागो ने जागो ने जदुराय जी )
।। प्रभाति ।।
हेजी ऐवी सोनल उपासो देवी चारणी, भव दुःख हरणी भवानी,(२)
अन हद तप बळ ओपतु, निरमळ मुख निरमानी .
हेजी ऐवी सोनल उपासो,....१
हेजी ऐवा अगणित भकत ने उधारिया, जगते वातु ई जाणी,(२)
कठिन समय आ कलिकाल मा,सक्ति रुपे के`वाणी,
हेजी ऐवी सोनल उपासो.....२
हेजी ऐवी कलपतरुनी माँ तू छाँयडी,वरहे अमरत वाणी(२)
पय घृत मिठा मा तू पिरहे ने,आठे पो`र उजाणी,
हेजी ऐवी सोनल उपासो.....३
हेजी ऐवा जोग रे मथ्याता कई जोने जाणवा,जगते वातु ई जाणी(२)
लोक रे उधारण धारी लोबड़ी, समरधि चरणे समाणी,
हेजी ऐवी सोनल उपासो.....४
हेजी ऐवी भजिये जगदम्बा तूने अमे भावथी,करजो साची रे कमाणी(२)
त्रुषणा थकी " बलदेव "तारशे, जननी सेवक जाणी,
हेजी ऐवी सोनल उपासो.....५
रचयिता: चारण कवि श्री बलदेवभाई हरदानभाई नरेला
-राज्य कवि भावनगर
।। बलदेव काव्य ।।
सम्पादक:हर्षददान बलदेवभाई नरेला (कवि पुत्र )
चारण कवि प्रवीणभा हरूभा मधुडा
नोंध,अमे बलदेवभाई नरेला रचित काव्य ने "बलदेव काव्य"ना नामथी
पुस्तक सम्पादन करि रह्या छिये कोई पासे बलदेवभाई नरेला ना
काव्यो होय तो अमारा वॉट्सऐप 95109 95109पर मोकली आपवा
विनन्ति मोकलनार ना नाम जोग प्रकाशित करिशु
भावनगर थी डमरु नामथी एक नानंकडी पुस्तिका प्रकाशित
थाती तेमा पण छपाता तेमना काव्यो
टाइप संकलन
चारण प्रवीण भा मधुडा
95109 95109
97239 38056
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